Saturday 21 May 2011

दिवंगत प्रचारक - स्व. श्री मधुसूदन जी


स्वर्गीय श्री मधुसूदन जी
जन्म -  19 मई, 1956    स्वर्गवास -27 जून, 2002 

       श्री मधुसूदन जी का जन्म 19 मई, 1956 को सीसवाली ग्राम (जिला-बांरा) में श्री प्रभुलाल जी मोरवाल के घर में हुआ । लगभग 26 वर्ष (सन् 1976 से 27 जून, 2002 तक) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहते हुए विभिन्न दायित्वों का निर्वाह किया । मातृभूमि की रक्षा हेतु अपना सारा जीवन भारत माता के चरणों में समर्पित कर दिया। 

      आपने सीसवाली गांव में रहते हुए अ.भा.वि.परिषद का कार्य भी किया और विद्यार्थियों के अधिकारों के लिए संघर्ष भी किया। 

        आप सन् 1973 से 1975 तक रा.उ.माध्यमिक विद्यालय, सीसवाली के अध्यक्ष पद पर भी रहें और अपने मित्रो में अच्छे कार्य के लिए प्रेरणा के केन्द्र बनें। 

       आपातकाल में जहाँ संघ का नाम लेना भी एक अपराध माना जाता था ऐसे कठिन समय 1976 में आप संघ कार्य की वृद्धि के लिए प्रचारक के रूप में निकले और आपने खुलकर संघ का कार्य किया और लोगो को देश प्रेम और अन्याय के लिए जागृत किया । आपातकाल में आप संघ का कार्य करते हुए पकड़े गये और केन्द्रीय कारागृह भेज दिए गये । जेल से आने के बाद उनका जीवन ही परिवर्तित हो गया । उसके बाद से ही वह संघ के प्रचारक के रूप में कार्य करने लगे ।

       संघ की योजना से धौलपुर, बयाना, हिन्डौन सिटी, जोधपुर, बाड़मेर आदि स्थानों पर रहे । किसान संघ से पूर्व आप श्रीगंगानगर विभाग के विभाग प्रचारक थे । सन् 2000 से भारतीय किसान संघ, जयपुर प्रान्त के संगठन मंत्री के रूप में कार्य किया और 27 जून, 2002 को सांयकाल-5.00 बजे अन्तिम सांस ली । 



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