Sunday 23 October 2011

अलवर विभाग, संकल्प-2011 दिनांक-23.10.2011 समाचार

दैनिक भास्कर, अलवर-20 अक्टूबर, 2011
पेज-9

राजस्थान टाइम , अलवर-21 अक्टूबर, 2011


दैनिक भास्कर, अलवर-21 अक्टूबर, 2011
 पेज-20

दैनिक भास्कर, अलवर-22 अक्टूबर, 2011
 पेज-15


दैनिक भास्कर, अलवर-22 अक्टूबर, 2011

 राजस्थान पत्रिका, अलवर-22 अक्टूबर, 2011


पंजाब केसरी, राजस्थान -22 अक्टूबर, 2011

वीर अर्जुन, अलवर -23 अक्टूबर, 2011


 अलवर-23 अक्टूबर, 2011

पंजाब केसरी, राजस्थान-23 अक्टूबर, 2011

 राजस्थान पत्रिका, अलवर-23 अक्टूबर, 2011

राजस्थान पत्रिका, अलवर-23 अक्टूबर, 2011

भारतीय संस्कृति का प्रतीक है भर्तृहरि नाटक


        अलवर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत ने कहा कि कला मनोरंजन नहीं बल्कि भगवान की सेवा करना है। शुक्रवार रात राजर्षि अभय समाज के रंगमंच पर चल रहे ऐतिहासिक भर्तृहरि नाटक देखने पहुंचे संघ प्रमुख ने संक्षिप्त उद्बोधन में भारतीय कला और संस्कृति के बारे में ही बात की। उन्होंने कहा कि कला मनोरंजन का साधन होने से ज्यादा भगवान की सेवा करना है। सत्यम, शिवम् सुन्दरम् का सूत्र वाक्य हमारी संस्कृति में रचा बसा है।
        महाराजा भतृहरि नाटक का मंचन पिछले 57 वर्षों से प्रति वर्ष मंचन किया जा रहा है। यह अपने आप में विश्व रिकार्ड है। नाटक मंचन के कलाकारों के संवाद कंठस्थ है, लेकिन हमारी संस्कृति के प्रतीक ऐसे नाटक का वर्णन कम ही है। अंग्रेजी में कोई नाटक होता है तो उसका वर्णन जरूर मिल जाता है। अलवर में भतृहरि नाटक देखना अविस्मरणीय है और जहां भी जाऊंगा वहां इसका वर्णन करूंगा। 

चार मिनिट का उद्बोधन

        राजर्षि अभय समाज के रंगमंच पर शुक्रवार रात करीब सवा बारह बजे संघ प्रमुख ने चार मिनिट का उद्बोधन दिया। उन्होंने महाराजा भतृहरि नाटक मंचन का संचालन करने वाली संस्था का भी आभार व्यक्त किया।


राजस्थान पत्रिका, अलवर-24 अक्टूबर, 2011

केन्द्र की सरकारें नाकाम


        अलवर। तीन दिन के निजी प्रवास पर आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत ने प्रवास के आखिरी दिन रविवार को संघ के सार्वजनिक कार्यक्रम संकल्प 2011 में हिस्सा लिया। उन्होंने इस अवसर पर स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए अब तक की सभी केन्द्र सरकारों को नाकारा बताया।
        उन्होंने कहा कि सरकारें किसी भी पार्टी की रही हों वे भारत देश की सरकारें रही है। इन सब ने भ्रष्टाचार को पनपाया है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि गरीब भ्रष्टाचारी नहीं होता, जो समर्थ और पढ़े लिखे है वे भ्रष्टाचार में लिपटे पड़े है। उन्होंने इसके लिए कठोर कानून बनाने की मांग की।
        अलवर के मालवीय नगर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अलवर विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने शारीरिक व्यायाम,संगीतमय नियुद्ध दण्ड और अनुशासन का परिचय दिया। इस अवसर पर सरसंघचालक ने कहा कि चीन ने अपने को घेर रखा है। उसका साम्राज्यवादी स्वभाव है।
        1950 से वह हमें धमका रहे हैं लेकिन हमारे देश की सरकारें कर कुछ नहीं कर पाई है । भागवत ने बांग्लादेश के साथ सीमा विवाद, संस्कार बनता भ्रष्टाचार, संस्कार देने वाली शिक्षा का अभाव जैसी प्रमुख समस्याओं के लिए केन्द्र सरकारों द्वारा काम नहीं करने का आरोप लगाया। इस दौरान भागवत ने केन्द्र के प्रस्तावित विधेयक साम्प्रदायिक एवं लक्षित हिंसा रोकथाम विधेयक का कड़ा विरोध करने को भी स्वयंसेवकों से कहा।
        यह थे मंचासीन- संकल्प 2011 कार्यक्रम में मंच पर सरसंघचालक के अलावा मुख्य अतिथि सेवानिवृत लेफ्टिनेन्ट जनरल मान्धाता सिंह थे। इनके साथ गो रक्षा सेवा समिति के प्रांत अध्यक्ष महन्त दिनेश गिरी महाराज, प्रांत संघचालक डॉ. लक्ष्मी नारायण चातक, व अलवर विभाग के संघचालक डॉ. के.के.गुप्ता भी मंच पर थे। अलवर के भाजपा विधायक बनवारी लाल सिंघल,किशनगढ़ विधायक रामहेत यादव,रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा, थानागाजी विधायक हेम सिंह भड़ाना, भाजपा जिला अध्यक्ष संजय शर्मा स्वयंसेवकों की वेषभूषा में मंच के नीचे बैठे थे। 
       केसरिया बाना- दोपहर तीन बजे आयोजित कार्यक्रम में तीखी धूप होने के बावजूद केसरिया रंग अपनी छटा बिखेर रहा था। कार्यक्रम स्थल पर जगह- जगह केसरिया झंडे लगे थे। सैकड़ों लोगों ने केसरिया पौशाक धारण कर रखी थी।
मीडिया से परहेज
        भागवत ने अपनी तीन दिवसीय अलवर यात्रा के दौरान मीडिया से पूरी तरह परहेज रखा। भागवत ने रविवार को संकल्प 2011 तथा महाराजा भृर्तहरि नाटक के सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लिया।


पंजाब केसरी-राजस्थान [पेज-1 और 4]
24 अक्टूबर, 2011


दैनिक भास्कर, अलवर-24 अक्टूबर, 2011









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